Total Pageviews

सेवादार

सेवादार

Sunday, 31 August 2014

om shree saiyaa ji to all

नहीं मांगता शजर-ए- अमीरी या खुदा,
मिलती रहे सबको रोटी ,ये दुआ मांगता हूँ!

गैरों की खुशहाली से न हो जलन,
दिल में बस सब्र -ए- अरमां मांगता हूँ !!

निकले न लब से बद्दुआ किसी के खातिर,
इरादे नेक और मुकम्मल इमां मांगता हूँ !!

उजड़े न चैन - ओ- अमन किसी का और,
तेरे ख्वाबों का खुशनुमा जहाँ मांगता हूँ !!

बँट गयी है दुनिया मजहबों में बहुत,
ऐ खुदा इंसानियत का एक कारवां मांगता हूँ !!

नहीं होते इंसान बुरे , हालात बना देते हैं,
ऐसे बुरे हालातों का न होना मांगता हूँ !!