कई देवता इस दुनिया में,सबके रूपसुहाने हैं|शिर्डी में जो सजकर बैठा,हमतो उसके दीवाने हैं ||"ॐ साई राम कर दी मेहर तूने तो खिले जहाँ में फूल, कर कुछ ऐसा भी की मेरी भी दुआ हो कबूल... प्रेम से बोलो... दिल से बोलो... भक्ति भाव से बोलो... sai की लीलाओं का…किसी ने पार न पाया है...भक्तों की खातिर बाबा ने…उनके दुखों का भार...स्वयं उठाया है...!!बोलिए श्री साईं नाथ महाराज की जय l