Total Pageviews

16456

सेवादार

सेवादार

Monday, 1 September 2014

sai sai sai

ना "ऊँच-नीच" में रहू ,
ना " जात-पात" में रहू ,
तू मेरे दिल में रहे ,
 ऐ मेरे " साई"
और मै अपनी "औकात" में रहू