साई तू मन में है हे साई तू तन में है..
हे साई तू आत्मा में है हे साई तू रोम-रोम में है..
हे साई तू नैनो में है हे साई तू धरती में है..
हे साई तू आसमां में है हे साई तू जल में है..
हे साई तू सब में है..
ब्रम्हांडनायक राजाधिराज सदगुरू सच्चिदानंद
परब्रम्ह श्री साईनाथ महाराज की जय.....
ऊॅ साई राम...