शिर्डी वाले के चरणों में सर हो मेरा,
फिर ना पूछो उस वक़्त क्या बात है।
उनके द्वारे पे डाला है जब से डेरा,
फिर ना पूछो के कैसी मुलाक़ात है॥
यह ना चाहूँ के मुझ को खुदाई मिले,
यह ना मुझ को बादशाही मिले।
ख़ाक दर की मिले यह मुकद्दर मेरा,
इससे बढकर बताओ क्या सौगात है..
ॐ साई राम